15 September 2018

WISDOM ----- बड़े आदमी बढ़ रहे हैं , लेकिन महामानव अब नहीं मिलते

 अब  ऐसे  व्यक्तियों  को  ढूंढ  पाना  बहुत  मुश्किल  है  , जिन्हें  सच्चे  अर्थों  में  मनुष्य  कहा  जा  सके   I  अपराध  तो  अपराध  है  चाहे  छोटा  हो  या बड़ा  I   जो  जितना  ज्ञानवान  है  वो  इस  ढंग  से  अपराध  करेगा
  कि  वह   बच   जाये ,  उसका  कहीं  नाम  भी  न  आये   और  उसके  किये  अपराध  में    सोची   समझी  योजना  के  अनुसार   दूसरा  फंस  जाये   l अब  अपराध   एक  शानदार   कृत्य ,  एक  फैशन     बन  गया  है  ,  इसे  कर  के  अब  कोई  लज्जित  नहीं  होता  ,  बल्कि  अपनी  चतुरता  की  प्रशंसा    पाने  की  आशा  करता  है   और  जो  इसमें  सम्मिलित  नहीं  होता  वह  बुद्धू  और  त्यागने  योग्य  है   l  इसी  वजह  से   समाज  में  अनेक  कठिनाइयाँ  और  समस्याएं  बढ़  गईं  हैं   I