दूसरों की बुराई करना , उनमे दोष - दुर्गुण देखना --- यह एक ऐसी आदत है जिसके कारण व्यक्ति अपने लक्ष्य से भटक जाता है l बुराई करने की इस आदत के कारण ही परिवार में लड़ाई - झगड़े होते हैं l इस आदत का सबसे दुःखद परिणाम यह है कि--- जो व्यक्ति दूसरों की बुराई करता है , उनमे कमियां ढूंढता है उसके चारों और एक नकारात्मक औरा बन जाता है जिसकी वजह से कोई भी सकारात्मक विचार व भाव उसकी और आकर्षित नहीं होते l यह एक तरह का अंधकार है जो व्यक्तित्व को अप्रभावी बना देता है l
इस बुरी आदत को छोड़ना इतना आसान नहीं है l इसके लिए जरुरी है कि हम अपने जीवन में सतर्क रहें , दूसरों की बुराई या कमजोरी देखने के साथ उसके अन्दर की एक अच्छाई को अवश्य याद करें l उस व्यक्ति द्वारा किये गए अच्छे कार्य को पहले प्राथमिकता दें , उसके बाद उसकी कमियों को देखें l l ऐसा करने से धीरे - धीरे अच्छाई देखने की आदत पड़ेगी l
इस बुरी आदत को छोड़ना इतना आसान नहीं है l इसके लिए जरुरी है कि हम अपने जीवन में सतर्क रहें , दूसरों की बुराई या कमजोरी देखने के साथ उसके अन्दर की एक अच्छाई को अवश्य याद करें l उस व्यक्ति द्वारा किये गए अच्छे कार्य को पहले प्राथमिकता दें , उसके बाद उसकी कमियों को देखें l l ऐसा करने से धीरे - धीरे अच्छाई देखने की आदत पड़ेगी l