3 November 2018

WISDOM ---- दूसरों के दोष - दुर्गुण देखना मनुष्य के व्यक्तित्व का नकारात्मक पहलू है

 दूसरों  की  बुराई  करना  ,  उनमे  दोष - दुर्गुण  देखना  --- यह  एक  ऐसी  आदत  है  जिसके  कारण  व्यक्ति  अपने  लक्ष्य  से  भटक  जाता  है   l  बुराई  करने  की  इस  आदत  के  कारण    ही  परिवार  में  लड़ाई - झगड़े  होते  हैं  l   इस  आदत  का  सबसे  दुःखद   परिणाम  यह  है कि--- जो    व्यक्ति   दूसरों  की  बुराई  करता  है ,  उनमे   कमियां    ढूंढता  है    उसके  चारों  और  एक  नकारात्मक  औरा   बन  जाता  है   जिसकी  वजह  से  कोई  भी सकारात्मक  विचार  व  भाव  उसकी  और  आकर्षित  नहीं  होते   l   यह  एक  तरह  का  अंधकार है   जो  व्यक्तित्व  को  अप्रभावी  बना  देता  है   l 
  इस  बुरी  आदत  को   छोड़ना  इतना  आसान  नहीं  है   l  इसके  लिए  जरुरी  है  कि  हम  अपने  जीवन  में  सतर्क  रहें  ,  दूसरों  की  बुराई   या  कमजोरी  देखने  के  साथ   उसके  अन्दर  की  एक  अच्छाई  को  अवश्य  याद  करें  l   उस  व्यक्ति  द्वारा  किये  गए   अच्छे  कार्य  को  पहले  प्राथमिकता  दें ,  उसके  बाद   उसकी  कमियों  को  देखें  l   l  ऐसा  करने  से  धीरे - धीरे  अच्छाई  देखने की  आदत  पड़ेगी  l  

WISDOM ----- अहंकार का नाश होना ही एकमात्र सच्चाई है

 अहंकार  एक  भ्रम  है  ,  जो  व्यक्ति  के  अन्दर  तब  उत्पन्न होता  है    जब  वह  स्वयं  को    शक्तिमान  समझने  लगता  है   l  व्यक्ति  को  आगे  बढ़ाने  वाली  शक्ति  व  प्रेरणा  उसे   परमात्मा  की  कृपा  से  मिलती  है  ,  लेकिन  जब  व्यक्ति  सफल  होता  है   तो  वह  परमात्मा  को   धन्यवाद  देना  भूल  जाता  है   और  यह  सोचता  है   कि  उसी  ने  सब  कुछ  किया  है   l  अहंकारी  व्यक्ति  परमात्मा से   दूर  हो  जाता  है  l
वह  यह  मानने  लगता  है  कि  यह  दुनिया उसी  के  ईशारों   पर  चल  रही  को  l
  इतिहास  में  अनेकों  व्यक्ति  हुए  ,  को  बहुत  अहंकारी  थे   पर  आज उसका अस्तित्व नहीं   है  l  जसे  रावण , कंस  ,  सिकंदर , हिटलर   आदि  सभी  की  दुर्गति हुई   l  अहंकार  व्यक्ति  की  क्षमताओं  को  कम  करता  है ,  उसे  कहीं  का  नहीं  छोड़ता  है   l