' संवेदना होश का, बोध का दूसरा नाम है | संवेदना से प्रेरित होकर दूसरों की भलाई के लिये किया गया विचार और कार्य अंतस्थ शक्ति को जाग्रत कर देता है और ह्रदय में सिंह का बल संचारित कर देता है | '
1725 ई. में उत्तरी वर्जीनिया के जंगल में एक पार्टी भोजन कर रही थी--- एक महिला के आर्तनाद ने उनको चौंका दिया | वे लोग उस ओर चल पड़े | उस महिला ने इन लोगों में से एक युवक से कहा--" देखिये ये लोग मुझे छोड़ते नहीं हैं | मेरा लड़का नदी में गिर गया है | मुझे इन लोगों से छुड़ा लीजिये, जिससे मैं अपना लड़का नदी से निकाल सकूँ |" लोगों ने इसलिये महिला को पकड़ रखा था कि यदि वे उसे छोड़ देंगे तो वह नदी में कूद पड़ेगी |
युवक ने तत्काल अपना कोट उतार दिया और स्वयं एक पहाड़ी चट्टान पर जाकर नदी में कूद पड़ा | जहाँ बच्चे का वस्त्र दिखाई दे रहा था, जल प्रवाह को पार करता हुआ, वह वहां जा पहुंचा, उसने बच्चे को हाथ से पकड़ तो लिया पर वह हाथ से फिर निकल गया | जल के वेग ने उन दोनों को डुबो दिया |
बड़ी देर में परिश्रम और साहस के साथ वह युवक अंत में उस लड़के को उठाए ऊपर चट्टान पर आ गया | बच्चा और युवक दोनों बेसुध और अशक्त थे | थोड़ी देर बाद दोनों को होश आ गया | वह महिला अपने बच्चे को सीने से लगाये उस युवक को आशीर्वाद देती हुई चली गई |
वह संवेदनशील और साहसी युवक थे------ जार्ज वाशिंगटन |
1725 ई. में उत्तरी वर्जीनिया के जंगल में एक पार्टी भोजन कर रही थी--- एक महिला के आर्तनाद ने उनको चौंका दिया | वे लोग उस ओर चल पड़े | उस महिला ने इन लोगों में से एक युवक से कहा--" देखिये ये लोग मुझे छोड़ते नहीं हैं | मेरा लड़का नदी में गिर गया है | मुझे इन लोगों से छुड़ा लीजिये, जिससे मैं अपना लड़का नदी से निकाल सकूँ |" लोगों ने इसलिये महिला को पकड़ रखा था कि यदि वे उसे छोड़ देंगे तो वह नदी में कूद पड़ेगी |
युवक ने तत्काल अपना कोट उतार दिया और स्वयं एक पहाड़ी चट्टान पर जाकर नदी में कूद पड़ा | जहाँ बच्चे का वस्त्र दिखाई दे रहा था, जल प्रवाह को पार करता हुआ, वह वहां जा पहुंचा, उसने बच्चे को हाथ से पकड़ तो लिया पर वह हाथ से फिर निकल गया | जल के वेग ने उन दोनों को डुबो दिया |
बड़ी देर में परिश्रम और साहस के साथ वह युवक अंत में उस लड़के को उठाए ऊपर चट्टान पर आ गया | बच्चा और युवक दोनों बेसुध और अशक्त थे | थोड़ी देर बाद दोनों को होश आ गया | वह महिला अपने बच्चे को सीने से लगाये उस युवक को आशीर्वाद देती हुई चली गई |
वह संवेदनशील और साहसी युवक थे------ जार्ज वाशिंगटन |
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