लोगों के जीवन में तनाव और अशांति का एक बड़ा कारण यह है कि वे अपनी उपलब्धियों को देखने के बजाय दूसरों के जीवन में झांकते रहते हैं l दूसरों के पास जो कुछ है वह उन्हें क्यों मिला , कैसे मिला , यह उन्हें नहीं मिलना चाहिए l कोई खुश क्यों है ? यही ईर्ष्या का भाव लोगों के तनाव का बड़ा कारण है l इस ईर्ष्या के भाव में वे हर पल जलते रहते हैं और अपनी सारी ऊर्जा स्वयं को आगे बढ़ाने में न लगाकर दूसरों को नीचे गिराने में लगाते हैं l यदि मनुष्य ' जियो और जीने दो ' की भावना रखे और दूसरों की ख़ुशी में खुश होना सीख ले तो अधिकांश समस्याएं हल हो जाएँ l