समाज में कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन तभी सम्भव होते हैं जब समाज उन परिवर्तनों को स्वीकार करने के लिए तैयार हो । अर्थात जन - मानस में प्रस्तुत स्थिति के प्रति वितृष्णा और नयी स्थिति का निर्माण करने के लिए जाग्रति आये । यह कार्य पुस्तकों द्वारा बड़े अच्छे और प्रभाव शाली ढंग से संपन्न किया जा सकता है । '
इस युग में जिन पुस्तकों ने किसी देश या समाज की परिस्थितियों और वातावरण को सर्वाधिक प्रभावित किया है ----- वह है ---- ' टाम काका की कुटिया ' ।
जिस दिन यह ऐतिहासिक उपन्यास प्रकाशित हुआ उसी दिन उसकी 3000 प्रतियाँ बिक गईं , वर्ष भर के भीतर ही उस पुस्तक के 120 संस्करण छापने पड़े और उसकी तीन करोड़ प्रतियाँ बिकीं l
यद्दपि इस पुस्तक द्वारा समाज की एक वीभत्स कुरीति ' दास - प्रथा ' पर आघात किया गया था , किन्तु वे लोग जो इस अन्यायपूर्ण स्थिति के लिए जिम्मेदार थे , उपन्यास पढ़ कर इतने प्रभावित हुए कि सारे अमेरिकी महाद्वीप में जन मानस ने परिवर्तन की एक अंगड़ाई ली l
इस पुस्तक के लोकप्रिय होने का कारण था ----- इसे पढ़ने के बाद पाठक के मन में जागृत होने वाली मानवीय - संवेदना l
' टाम काका की कुटिया ' में नीग्रो दासों पर होने वाले अत्याचारों और उत्पीड़न से दासों को मिलने वाली यंत्रणा का इतना मार्मिक चित्रण किया है कि पाषाण ह्रदय से भी संवेदनाओं का स्रोत फूटकर बह निकले ।
हैरियट स्टो की यह पहली कृति थी जिसने उन्हें प्रसिद्धि , सम्मान और यश के उच्च शिखर पर पहुँचा दिया । उन्हें न केवल सम्मान मिला बल्कि सम्मान से भी कई गुना अधिक लोक - श्रद्धा प्राप्त हुई ।
इस युग में जिन पुस्तकों ने किसी देश या समाज की परिस्थितियों और वातावरण को सर्वाधिक प्रभावित किया है ----- वह है ---- ' टाम काका की कुटिया ' ।
जिस दिन यह ऐतिहासिक उपन्यास प्रकाशित हुआ उसी दिन उसकी 3000 प्रतियाँ बिक गईं , वर्ष भर के भीतर ही उस पुस्तक के 120 संस्करण छापने पड़े और उसकी तीन करोड़ प्रतियाँ बिकीं l
यद्दपि इस पुस्तक द्वारा समाज की एक वीभत्स कुरीति ' दास - प्रथा ' पर आघात किया गया था , किन्तु वे लोग जो इस अन्यायपूर्ण स्थिति के लिए जिम्मेदार थे , उपन्यास पढ़ कर इतने प्रभावित हुए कि सारे अमेरिकी महाद्वीप में जन मानस ने परिवर्तन की एक अंगड़ाई ली l
इस पुस्तक के लोकप्रिय होने का कारण था ----- इसे पढ़ने के बाद पाठक के मन में जागृत होने वाली मानवीय - संवेदना l
' टाम काका की कुटिया ' में नीग्रो दासों पर होने वाले अत्याचारों और उत्पीड़न से दासों को मिलने वाली यंत्रणा का इतना मार्मिक चित्रण किया है कि पाषाण ह्रदय से भी संवेदनाओं का स्रोत फूटकर बह निकले ।
हैरियट स्टो की यह पहली कृति थी जिसने उन्हें प्रसिद्धि , सम्मान और यश के उच्च शिखर पर पहुँचा दिया । उन्हें न केवल सम्मान मिला बल्कि सम्मान से भी कई गुना अधिक लोक - श्रद्धा प्राप्त हुई ।