12 November 2018

WISDOM ------

   एक  राज्य  में  एक  दानी  राजा  था  l  उसके  महल  में  हर  समय   याचकों  की  भीड़  लगी  रहती  थी  l  एक  बार  एक  संत  उस  राज्य  में  पधारे   l   उन्हें  राजा  की  दानी  प्रवृति  के  बारे  में  पता  चला  तो  वे  राजा  से  मिलने  पहुंचे  l  राजा ने  उनका  यथोचित  स्वागत - सत्कार  किया  और  पूछा ---- " महात्मन  !  मैं  आपकी  क्या  सेवा कर  सकता  हूँ  ? " संत  बोले ---- "  राजन  ! आप  दानवीर हैं  l  लेकिन  आपसे  बिना  परिश्रम  का  धन  पाकर   आपकी  प्रजा  श्रम  से  विमुख   हकर  आलसी  बन  गई  है  और  यों  ही  दान  पा  लेने  से   उनके  जीवन  में  कोई   सार्थक  परिवर्तन  भी  नहीं  आ  रहा  है   l  I इससे  अच्छा है   कि  आप  उन्हें   रोजगार  के  साधन  उपलब्ध  कराएँ   l  "  राजा  को  संत  का  कथन  सही  लगा   और  उसने  वहि  पथ  अपना  लिया   l