26 May 2023

WISDOM -----

   लघु कथा ---  एक  राजा  बहुत  सज्जन , दयालु  और  उदार  थे  l   उनके  दरबार  से  कोई  भी  खाली  हाथ  नहीं  लौटता  था  l  बात  फैलने  लगी  l  उदारता  का  लाभ  उठाने  के  लिए   चालाकों  और  चापलूसों  की  भीड़  जुटने  लगी  l  उनके  चतुर  मंत्री  ने   बात  को  समझा  और  एक  दिन   घोषणा  करा  दी  कि  महाराज  बीमार  हैं  , उन्हें  पांच  व्यक्तियों  का  रक्त  चाहिए  , तभी  उनके  प्राणों  की  रक्षा  की  जा  सकती  है  l  पूरा  एक  सप्ताह  बीत  गया  लेकिन  कोई  भी  शुभ  चिन्तक , , याचक , चापलूस   आगे  नहीं  आया  l  राजा  को  बड़ी  चिंता  होने  लगी  l   चतुर  मंत्री  ने  राजा   को  संसार  की  रीति -नीति  बताते  हुए  कहा ---  महाराज   , आप  व्यथित  न  हों  l  आप  तो  एक  छोटे  राज्य  के  राजा  हैं  ,  लोगों  ने  आपको  ठग  लिया  तो  कौन  सी  बड़ी  बात  है  l  परमात्मा  के  दरबार  में  तो  यह  नित्य  ही  होता  है  ,  उसके  भक्त  कोरे  कर्मकांड  कर  के ,  मात्र  चिन्ह  पूजा  कर के   उसे  दिन -रात  ठगते  हैं   किन्तु  कष्ट  सहने , त्याग  करने ,  साधना  करने   कोई  विरला  ही  आगे  आता  है  l