15 September 2019

WISDOM ----- वृहत भारत के विश्वकर्मा ---- श्री विश्वेश्वरैया

  श्री  विश्वेश्वरैया  कर्मयोग  की  महत्ता  के    अनुपम  उदाहरण  थे  l  वे  एक  कुशल  इंजीनियर  थे  लेकिन   हार्दिक  लोक  सेवा  की  भावना  एवं  कार्यों  के  कारण   , देश  पूज्य  जनसेवक  और  महामानव  बन  गए  l
  उनका  कहना  था  कि   ----- "  हमारी  आर्थिक  हीनता  का  सबसे  बड़ा  कारण  शिक्षा  की  उपेक्षा  है   l  यदि  आप  एक  अच्छे  राष्ट्र  की  नींव  रखना  चाहते  हैं  तो   उसके  नागरिकों  को  उत्तम  बनाइये  l  सफल  राष्ट्र  वही   होता  है  जिसके  बहुसंख्यक  नागरिक   कुशल , चरित्रवान  और  कर्तव्य परायण  हों  l  अमेरिका  जैसे  देशों  के  लोग  अधिक  समृद्धिशाली , प्रगतिशील  और  दीर्घायु  हैं  ,  इसका  कारण  यही  है  कि  उन्हें  सर्वोत्तम  प्रकार  की  शिक्षा  सुविधाएँ  उपलब्ध  हैं   l  वे  संसार  की  सभी  समस्याओं  के  प्रति  जागरूक  हैं  , उनका  जीवन  योजनाबद्ध व  अनुशासित  है  l  इसके  विपरीत  अधिकांश  भारतीय  इन्ही  कमियों  के  कारणपरम्पराओं  पर  आधारित  जीवन  बिताते  हैं  lप्रगतिशील  जीवन  के  लिए  उन्हें  किसी  प्रकार  का  मार्गदर्शन  नहीं   मिलता  l  "    उनका  कहना  था  कि  --- " कार्यकुशल बनने  के  लिए  औसत  भारतवासी   के  लिए  यह  जरुरी  है  कि  वह  अधिक  परिश्रम  करे  और  अपनी  आदतों  को  अनुशासन  के  ढांचे  में   ढाले   l  संसार  में  जितने  भी  महान  व्यक्ति  हुए  हैं  ,  वे  सब  निरंतर  परिश्रम  के  कारण  ही  महान  बन  सके  हैं   l  "