2 August 2024

WISDOM ------

    सामान्य जन  प्रेरणा  तभी  लेते  हैं  , जब  आदर्शों  की  चर्चा  करने  वाले  , नीतिवेत्ता  , नियम  बनाने  वाले  स्वयं  भी  उनका  पालन  करें  l  सम्राट  बिम्बसार  के  शासन   की  घटना  है  ---- एक  साल  लू  अधिक  चली   l  मजबूत  सामग्री  उपलब्ध  न  होने  के  कारण  प्रजा  के  झोंपड़े  फूस  के  बने  थे  l  न  जाने  लोग  क्यों  लापरवाह  रहने  लगे  थे   इसलिए  आए  दिन  अग्निकांड  की  घटनाओं  के  समाचार  दरबार  में  पहुँचते  l  बिम्बसार  जैसे  दयालु  राजा  के  लिए  यह  स्वाभाविक  था  कि  वह  पीड़ितों  की  सहायता  करें  l  बहुत  अग्निकांड  हुए  तो  सहायता   राशि  का   खरच  भी  पहले  की  तुलना  में   बहुत   बढ़  गया   l    लोगों  की  लापरवाही  रोकने  के  लिए  राजाज्ञा  प्रसारित  हुई  कि   जिसका  घर  जलेगा  ,  उसको  एक  वर्ष  श्मशान  में  रहने  का  दंड  भुगतना  पड़ेगा  l  सब  लोग  चौकन्ने  हो  गए  l   एक  दिन  राजा  के  भूसे  के  कोठे  में   आग  लगी  और  देखते -देखते   जल  गया   l   समाचार  मिलने  पर  दरबार  से  राजा  को   श्मशान  में  रहने  की  आज्ञा  हुई  l   दरबारियों  ने  समझाया ---- "  नियम  तो   प्रजा जनों  के  लिए  होते  हैं  ,  राजा  तो  उन्हें  बनाता  है  ,  इसलिए  उस  पर  वो    लागू   नहीं  होते  l "  परन्तु  बिम्बसार  ने  किसी  की  नहीं  मानी  l  वे  फूस  की  झोंपड़ी  बनाकर  श्मशान  में  रहने  लगे  l  समाचार  फैला  तो   सतर्कता  सभी  ने  अपनाई  और  अग्निकांड   की  दुर्घटनाओं  का   सिलसिला  समाप्त  हो  गया  l