9 May 2018

WISDOM -------- राजा हो या प्रजा , चिरस्थायी कल्याण और जीवन के सार्थक होने का एकमात्र मार्ग स्वार्थ का त्याग और कर्तव्यनिष्ठा है

  ' संसार  में  केवल  सफलता  को  ही  सम्मान  नहीं  मिलता  बल्कि  उससे  भी  ज्यादा  मान्यता   किसी  ऊँचे  आदर्श  के  लिए  त्याग , बलिदान  और  समर्पण  की भावनाओं  को  दी  जाती  है   l  महाराणा  प्रताप  में  ये  गुण   इतने  अधिक  मात्रा  में  थे  कि  अनेक  लेखकों  ने   उनके  जन्म  को  किसी  महान  दैवी - विधान  का  अंग  मान  लिया  है   l  '
राणा  प्रताप  ने  जातीय  सम्मान  और  कर्तव्य निष्ठा  के  क्षेत्र  में  जो  आदर्श उपस्थित किया  उसका प्रभाव  बहुत  समय  तक  जनमानस  पर पड़ता  रहा  l