12 September 2019

WISDOM ----- प्रजा को कष्टों से मुक्त कराना शासक का कर्तव्य है

    सम्राट  अशोक  ने  बौद्ध  धर्म  अपनाने  के  बाद   प्रजा  के  कल्याण  के  लिए  अनेकों  कार्य  किये  l  एक  बार उसने  अपने  अधीन  सभी  राजाओं  को  बुलाकर  कहा --- " आगामी  वर्ष  में  जिस  राजा  का  कार्य  सर्वश्रेष्ठ  होगा  ,  उसे  हम  व्यक्तिगत  रूप  से  पुरस्कृत  करेंगे  l "  यह  घोषणा  सुनकर  सभी  राजा  उत्साहपूर्वक  अपने - अपने  राज्यों  में   कार्य  करने  में  जुट  गए  l
 एक  वर्ष बाद  सभी  राजा  अपनी  उपलब्धियों  का  विवरण  देने  सम्राट  अशोक  के  दरबार  में  उपस्थित  हुए  l  सभी  ने  यही  बताया  कि  उन्होंने  प्रजा  पर  अधिक  कर  लगाकर  राजकोष  में  वृद्धि  कर  ली  ,  परन्तु  एक  राजा  बोला  ---- "  महाराज  !  मैं राजकोष  तो  न  बढ़ा  सका  ,  परन्तु  मैंने  अपने  राज्य में   विद्दालयों , चिकित्सालय,  धर्मशालाओं  की  स्थापना  जरुर  कराई  है  l  जनहित  में  उसके  किये  गए  कार्यों  को  सुनकर   सम्राट  अशोक  गदगद  हो  गए   और  बोले ---- " प्रजा  का  शोषण  कर  राज्य  की  आमदनी बढ़ाना  शासक  का  कर्तव्य  नहीं  ,  बल्कि  शासक  का  कार्य    प्रजा  को  कष्टों  से  मुक्त  कराना  है  l  यही  शासक  सर्वश्रेष्ठ  शासक  के  पुरस्कार  का  अधिकारी  है   l  "