9 May 2022

WISDOM-----

  लघु  कथा -----  रोगी  ने  डॉक्टर  को  अपनी  परेशानी  बताई  कि  जब  वह  रात  को  पलंग  पर  सोता  है   तब  ऐसा  लगता  है   जैसे  उसके  नीचे  कोई  छिपकर  बैठा  है  l  नीचे  झांककर  देखता  हूँ  तो  वह  गायब  हो  जाता  है   और  जब  पलंग  के  नीचे   सोता  हूँ   तो  लगता  है  कि  ऊपर  बिस्तर  पर  आकार  बैठ  गया  है  l  कृपया  मेरी  हैरानी  मिटाइए   अन्यथा  मैं  पागल  हो  जाऊँगा  l  रात  भर  सो  नहीं  पाता  l   डॉक्टर  ने  कहा  मामला  बहुत  गंभीर  है  ,  रोग  पुराना  है   l  समय  और  पैसा  बहुत  लगेगा   l  रोगी  के  पूछने  पर  डॉक्टर  ने  कहा --- दो  हजार  रूपये  प्रति  सप्ताह   और  इलाज  लम्बा  चलेगा  , दो  वर्ष  भी  लग  सकते  हैं   l  रोगी  पत्नी  के  पास  दौड़कर  आया  , डॉक्टर  की  पूरी  बात  बताई  l  पत्नी  ने  मन  ही  मन  सोचा   कि  वहम  की  दवा  तो  हकीम  लुकमान  के  पास  भी  नहीं   थी  l   जरुर  इन्हें  किसी  ठग  से  पाला  पड़  गया  l  पत्नी  बोली  यह  इलाज  तो  बहुत  महंगा  पड़ेगा , अपनी  इतनी  हैसियत  भी  नहीं  है   किन्तु  आप  निश्चिन्त  रहें   अब  आपके  पलंग  के  ऊपर -नीचे   कोई  नहीं  आएगा  l  वह  गई  और  पलंग  के  चारों  पाए  कटवा  दिए  l  अब  न  कोई  नीचे  बैठा  दिखाई  देता  न  ऊपर   l   रोगी  को  वापस  न  आता  देख  डॉक्टर  का  फोन  आया  कि  आप  आये  नहीं   l  रोगी  ने  कहा --- डॉक्टर  !  घर  में  ही  इलाज  हो  गया  l  कम  समय  में  और   बिना  किसी  खरच  के  l   डॉक्टर  बोला --- वह  कैसे   ?  उसने  कहा ---  वहम  के  भूत  की  बैठक  का  स्थान   ही  नहीं  छोड़ा  पत्नी  ने    l   पलंग  के  चारों  पाए  काट  दिए  पत्नी  ने   l  अब  मुझे  अच्छी  नींद  आती  है  ,  चैन  से  हूँ  l    हम  में  से  कितने  ही  लोग   वहम  के  कारण  ऐसे  किसी  चक्कर  में  फंस  जाते  हैं  और   जान - माल  से  हाथ  धो  बैठते  हैं   l  

WISDOM -----

   एक  बार  पत्रकारों  की  गोष्ठी  में   बापू  राजनीतिक  प्रसंगों  पर  उत्तर  दे  रहे  थे   l  उसी  समय  हास्य - विनोद  की  मुद्रा  में   एक  पत्रकार  ने  पूछा  कि  यदि  आपको  एक  दिन  के  लिए  भारत  का  डिक्टेटर   बना  दिया  जाये  तो   आप  क्या  करेंगे  ?   बापू  ने  कहा ----- " मैं  सभी  विचारशील  व्यक्तियों   और  सरकारी  कर्मचारियों  को   सफाई  में   जुटा  दूंगा  l  सफाई  ही  सुव्यवस्था  है   l  इसका  जब  तक  महत्त्व  न  समझा  जायेगा  ,  तब  तक  किसी  व्यक्ति  या  देश  की   वास्तविक  उन्नति  होना  असंभव  है   l  "