4 December 2021

WISDOM -----

   महाकवि  कालिदास  ने  एक  प्रसंग  में  कहा  है  ---- " पुरानी   होने  से  ही  कोई  वस्तु  अच्छी  नहीं  हो  जाती   और  न  ही  नई   होने  मात्र  से   ही  कोई  बुरी  !  केवल   मूढ़  भेड़चाल  को  अपनाते  हैं  ,  जबकि  बुद्धिमान  विवेक  का  आश्रय  लेते   हुए ,  गुण - दोष  की  परीक्षा  करते  हुए  स्वयं  चुनाव  करते  हैं  l  "  आचार्य श्री  लिखते  हैं ---- ' जो  राष्ट्र   केवल  अपने   समय  में  वर्तमान   में  ही   जीता  है  ,  वह  सदा  दीन   होता   है ,  यथार्थ  में   समुन्नत  वही  होता  है   जो  अपने  आपको  अतीत  की  उपलब्धियों   तथा  भविष्य  की   संभावनाओं   के  साथ  जोड़कर  रखता  है  l  "