14 January 2024

WISDOM -----

  कहते  हैं  ---इतिहास  अपने  को  दोहराता  है  l  इतिहास  से  हमें  शिक्षा  लेनी  चाहिए  l   और  उन  घटनाओं  को  नहीं  दोहराया  जाना  चाहिए   जिनसे  सम्पूर्ण  राष्ट्र  के  अस्तित्व  पर  संकट  आ  जाये  l  प्रकृति  का  नियम  है  कि  समय  का  चक्र  घूमता  है  --सुख -दुःख , अच्छा -बुरा   आता -जाता  रहता  है  l  एक  पैटर्न  बार -बार  दोहराया  जाता  रहता  है  , ऐसा  व्यक्ति  के  जीवन  में  भी  होता  है  और राष्ट्र  के  जीवन  में  भी  l  ईश्वर  ने  हमें  चुनाव  की  स्वतंत्रता  दी  है , ईश्वर  हम  पर  कुछ  थोपते  नहीं  हैं   , वे  हमें  विवेक  अनुसार  मार्ग  चुनने  की  स्वतंत्रता  देते  हैं  l  यदि  हम  जागरूक  हैं  और  समझ  जाएँ  कि  हमारी  किन  गलतियों  की  वजह  से  हम   ऐसे  चक्रव्यूह  में  फंसे  हैं  , जहाँ  कष्ट  ही  कष्ट  है , गुलामी  है , अंधकार  है   तो  हम  उन  गलतियों  को  सुधार  कर , अपनी  शक्ति  जगाकर , अपने  आत्मविश्वास  को  जगाकर  उस  चक्रव्यूह  से  बाहर  निकल  सकते  हैं    जैसे  ---- यदि  हम  अपने  इतिहास  पर  द्रष्टि  डालें  तो  प्राचीन  काल  में  भारत  एक  सोने  की  चिड़िया  था   l  धीरे -धीरे  लोग  स्वयं  के  प्रति  लापरवाह  हो  गए   और  अनेक  बुराइयों  से  घिरते  गए  ,  सबसे  बड़ी  बुराई  थी  ' आपसी   फूट '  l   हम  आपस  में  ही  लड़ते  रहे  और  अपने  लालच  और  महत्वाकांक्षा  के  कारण   दुश्मनों  का , विदेशी  आक्रमणकारियों  का  साथ  दे  दिया    और  युगों  तक  देश  गुलाम  हो  गया   l   चाहें  परिवार  हो  या  राष्ट्र  हो  जब  अपने  में  कमजोरी  होती  ही   तभी  गैर  उसका  फायदा  उठाता  है , तोड़-फोड़  मचाता  है ,  राष्ट्र  हो  या  परिवार  हो   , उसको  अपना  गुलाम  बनाने  की  भरपूर  कोशिश  करता  है  l   दो  बिल्लियों  की  लड़ाई  में  पूरी  रोटी  बन्दर  खा  गया  ,  दोनों  बिल्लियाँ   बेचारी  !    अब  ये  चुनाव  हमें  करना  है  --- आजादी  चाहिए   या  गुलामी   के  अंधकार  में  रहना  पसंद  है  l   जिन्हें  लोगों  को  गुलाम  बनाने  की  आदत  है  , वे  हर  वक्त  गहरी  निगाह   लगा  कर  बैठे  हैं , उन्हें  तो  मौके  की  तलाश  है  l  विचारशीलों  का  यही  कहना  है --भूतकाल  से  शिक्षा  लें , वर्तमान  को  संभाले  , तभी  आगे  एक  सुन्दर  भविष्य  होगा  l