23 October 2017

WISDOM -------

 ' अन्याय  और  पराधीनता  के  विरुद्ध  आक्रोश  तो   हर  व्यक्ति  के  मन  में  होता  है  ,  उससे  मुक्ति  पाने  के  लिए  छटपटाहट  भी  प्रत्येक  ह्रदय  में   होती  है   पर  सबको  किसी   एक  सार्वजनिक  हित  के  लिए   सूत्रबद्ध  करके ,  एक  माला  के  रूप  में  पिरोने ,  उनका  नेतृत्व   करने  का  साहस   विरले  ही   जुटा   पाते  हैं   l  '