25 May 2018

WISDOM ----- सत्ताधीश होने का अर्थ - हुकूमत , वैभव , विलासिता और दंभ नहीं , प्रजा की सेवा है ---- जापान के सम्राट - हिरोहितो

   ' कुछ  लोग  पदाधिकार  और   शासन - सत्ता  पा  जाने  पर  यह  मान  लेते  हैं  कि  उनके  जीवन  का  एकमात्र  उद्देश्य   सुखोपभोग  और  आदेश  चलाना  रह  गया  है    पर  सम्राट  हिरोहितो  की  मान्यता  इससे  भिन्न  थी  l  उनका  कहना  था  कि  शासन  की  सामाजिक  और   राष्ट्रीय  जिम्मेदारी   का  पालन  करते  हुए   भी  व्यक्ति  को  यह  नहीं   भूलना    चाहिए   कि  वह  अंततः  एक  मनुष्य  ही  है  ,  भगवान्  नहीं  l  अत:  मानवीय  प्रतिभा  के  विकास  का  मार्ग   किसी  भी  स्थिति  में  रुकना  नहीं  चाहिए  l  '
 सम्राट  हिरोहितो   बसंत  और  वर्षा  ऋतु  में  अपने  खेतों  पर  अपने  हाथ  से  काम  करते  थे  l  खेलकूद  में  उनकी  रूचि  थी , कुश्ती  का  अभ्यास  करने  के  लिए  उन्होंने  क्रीड़ा- निर्देशक  नियुक्त  कर  रखा  था  l   हिरोहितो  को  पश्चिमी  सभ्यता  के  रंग  में  लाने  की  कोशिश  की  गयी  किन्तु  ऐसी  रंगीनी  को  उन्होंने  ठुकरा  दिया   और  अब  तक  चली  आ  रही  परिपाटी  को  तोड़कर  एक  गरीब  घर  की  सुशील  कन्या  को  अपनी  धर्मपत्नी  चुना  l   सम्राट  होकर  हिरोहितो  ने  सामान्य  किन्तु  असाधारण  जीवन  जीकर  यह  दिखा  दिया  कि    मनुष्य  जीवन  का  मूल  उद्देश्य   सुखोपभोग  नहीं  है  ,  समाज  और  स्वदेश  की   सच्ची  सेवा  करते  हुए   आत्म कल्याण  करना  है  l