4 February 2013

असफलताएं खोलतीं हैं सफलताओं के द्वार ।एडिसन का कथन है -"असाधारण प्रतिभासंपन्न मात्र एक प्रतिशत जन्मजात होते हैं ।शेष निन्यानवे प्रतिशत को उनका कठिन परिश्रम और अध्यवसाय की आदत गढ़ती -ढालती एवं बनाती है ।"प्रत्येक असफलता हमें अधिक समझदार बनाती है ।असफलता मात्र एक अवसर है दुबारा बुद्धिमतापूर्ण ढंग से प्रयास करने का ।पनामा नहर की खुदाई चल रही थी ।यह कार्य संकल्प के धनी मेजर जनरल गोथाइल की देख -रेख में चल रहा था ।नहर आधी ही खुद पायी थी कि अचानक एक विशाल भूखंड टूटकर गिर पड़ा व नहर मिट्टी के मलबे से भर गई ।कई माह के कार्य की क्षति हुई ।जनरल के सहायक ने उदासी भरे हताश शब्दों में कहा -"अब क्या करें ?'गोथाइल ने दृढ स्वर से कहा -"पूरे उत्साह के साथ दोबारा खुदाई शुरु करो ।"ऐसा ही किया गया एवं सफलता प्राप्त हुई ।यदि हमारे ह्रदय में अपने लक्ष्य के प्रति अगाध श्रद्धा एवं विश्वास है और प्रत्येक असफलता को हम चुनौती के रूप में स्वीकार करते हैं तो हमारी सफलता उतनी ही सुनिश्चित होगी ,जितना कि लम्बी रात्रि के बाद का उगने वाला अरुणिम सूर्य ।