12 February 2024

WISDOM ------

  प्रत्येक  प्राणी  का  एक  स्वभाव  होता  है  , वह  नहीं  बदलता   जैसे  बिच्छू  का  स्वभाव  है  डंक  मारना , वह  हर  हाल  में  डंक   मारेगा  l  गिरगिट  रंग  बदलता  है  l  मनुष्य  को  भगवान  ने  बुद्धि  दी  है  ,  वह  चाहे  तो   संकल्प  लेकर , सतत  प्रयास  कर  के  अपनी  दूषित  प्रवृत्तियों  को  त्याग  कर  सन्मार्ग  पर  चल  सकता  है   लेकिन  कामना , वासना , तृष्णा , महत्वाकांक्षा , ईर्ष्या , द्वेष , स्वार्थ  , लालच   आदि  उसके  भीतर  इतनी  गहरी  जड़  जमाए  हुए  हैं   कि  वह  स्वयं  को  इन  दुष्प्रवृत्तियों  से  अलग  कर  ही  नहीं  सकता  ,  उसे   इन  दुष्प्रवृत्तियों  की  दुर्गन्ध  के  बीच  रहना  ही  अच्छा  लगता  है  l    एक  कथा  है ----रास्ते  में  चलते -चलते  रात  हो  जाने  से   एक  मछली वाली  ने   एक  मालिन  के  घर  का  आश्रय  लिया  l  मालिन  ने  उसे  पुष्प गृह  के  बरामदे  में  ठहराया  और  यथायोग्य  उसकी  सेवा  की   परन्तु  मछली वाली  को   रात  में  किसी  तरह  नींद  ही  नहीं   आ  रही  थी  l  अंत  में  वह  समझ  गई  कि  पुष्प गृह  में  रखे  हुए  नाना  प्रकार  के  खिले  हुए  फूलों  की  महक  के  कारण  ही  उसे  नींद  नहीं  आ  रही  है  l  तब  उसने   मछलियों  की   टोकरी  में  जल  छिड़ककर   अपने  सिराहने  रख  लिया   और  फिर  सुख  से  सो  गई   l  अज्ञानी  और  दूषित  संस्कारों  में  जकड़ा  हुआ  व्यक्ति   इस  मछली वाली  की  भांति  है  ,  इस  दुर्गन्ध  को  छोड़कर  उसे  कुछ  अच्छा  नहीं लगता  l  l