' भक्ति द्वार है भगवान तक सीधे पहुँचने का | ' भक्ति न केवल ईश्वर प्राप्ति की साधना में रत साधकों की , बल्कि धरती के जन-जन की आवश्यकता है | धरती पर फैले कलह-क्लेश का कारण मैली और मलिन भावनाएँ हैं | जिस दिन धरती पर बसने वाले जन - जन की भावनाएँ परिष्कृत हो गईं , उस दिन धरा और धरती निवासी सुख-संतोष और शांति का जीवन जी सकेंगे |
विश्वामित्र ने युग का एक नया इतिहास रचा | उनका तप भंग करने मेनका आई | जहाँ तक उनका पतन हुआ , वहां से सामान्यत: कोई ऊँचा नहीं उठ सकता , पर वे उठे और विकसित हुए | उनके ह्रदय में भक्ति प्रस्फुटित हुई | भक्ति से विवेक जगा | गायत्री माँ के प्रति परमभक्ति ने अंदर के द्वेष को शांत कर दिया | वे गायत्री छंद के ऋषि कहलाये |
गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों में समाई 24 महाशक्तियाँ भक्ति से ही जाग्रत होती हैं |
भक्ति से ही भावनाएँ परिष्कृत होती हैं , भक्ति से ही जीवन रूपांतरित होता है , भक्ति इनसान को देवत्व प्रदान करती है |
विश्वामित्र ने युग का एक नया इतिहास रचा | उनका तप भंग करने मेनका आई | जहाँ तक उनका पतन हुआ , वहां से सामान्यत: कोई ऊँचा नहीं उठ सकता , पर वे उठे और विकसित हुए | उनके ह्रदय में भक्ति प्रस्फुटित हुई | भक्ति से विवेक जगा | गायत्री माँ के प्रति परमभक्ति ने अंदर के द्वेष को शांत कर दिया | वे गायत्री छंद के ऋषि कहलाये |
गायत्री मंत्र के 24 अक्षरों में समाई 24 महाशक्तियाँ भक्ति से ही जाग्रत होती हैं |
भक्ति से ही भावनाएँ परिष्कृत होती हैं , भक्ति से ही जीवन रूपांतरित होता है , भक्ति इनसान को देवत्व प्रदान करती है |