28 October 2017

WISDOM ------ धर्म और शक्ति ----- दोनों में श्रेष्ठ कौन ?

     धर्म  सदा  से  सदाचरण , सज्जनता , न्यायशीलता ,  संयम , करुणा,  सेवा परायणता   जैसे  सद्गुणों  के  रूप  में  परिभाषित  किया  जाता  रहा  है  l  मानव  में  ये  तत्व  समाविष्ट  रहें  ,  इसके  लिए  धर्म  का  अवलंबन  जरुरी  है  l
  धर्म  और  शक्ति ---- दोनों  में  से    धर्म  श्रेष्ठ  है   l  धर्म  सदा  विजयी  होता  है  ,  क्योंकि  धर्म  नीति  एवं  सदाचार  को  मान्यता  देता  है  ,  शक्ति  को  नहीं  l  
      भगवान  राम   इतने  शक्ति  संपन्न  नहीं  थे  जितना  कि  रावण  l  रावण  की  सेना  में  अनेक  प्रचंड  योद्धा  थे  ,  मेघनाद  अविजित   एवं  अपराजित  था  ,  विपुल  वैभव ,  शक्ति  और  ऐश्वर्य  के  बावजूद  उसका  पतन  हुआ  l
  इसी  प्रकार  कौरव  सेना  में  भीष्म  पितामह ,  द्रोणाचार्य ,  कर्ण   आदि  प्रबल  योद्धा  विद्दमान  थे  ,  जो  अकेले  दम  पर  पांडव  सेना  को  परास्त  कर  सकते  थे   किन्तु  इन  योद्धाओं  का  पतन  व  पराजय  हुई   क्योंकि  वे  शक्ति  के  पुजारी  थे  धर्म  के  नहीं   l
  दूसरी  ओर  कमजोर  समझी  जाने  वाली  राम  एवं  पांडव  सेना  को  जीत  का  श्रेय  मिला  ,  क्योंकि  उनके  साथ  धर्म  था  l 
  व्यक्ति  को  केवल  धर्म  के  मार्ग  पर   अडिग , अविचलित   डटे  रहना  चाहिए  ,  कभी  भी  धर्म  के  मार्ग  से  विचलित  नहीं  होना  चाहिए  l  यदि  ऐसा  हो  सका  तो  धर्म  ढाल  बनकर  रक्षा  करता  है ,  सुरक्षा  और  संरक्षण  प्रदान  करता  है   l