2 October 2018

किसानों के हित के लिए जब बापू थे ----

  बिहार  के  चम्पारन  जिले  में  महात्मा  गाँधी  का  शिविर  लगा  था  l  किसानों  पर  होने  वाले  सरकारी  अत्याचारों  की  जाँच  चल  रही  थी   l  हजारों  की  तादाद  में  किसान  आ - आकर  बापू  से   अपने  दुःख  का  निवेदन  कर  रहे  थे  l   उस  समय  उस  जाँच  आन्दोलन  में   कृपलानी जी  का  बड़ा  प्रमुख  सहयोग  था  l   वे  गांधीजी  के   कैम्प  सेक्रेटरी    के  रूप में  कार्य   कर  रहे  थे   ,   जिला अधिकारियों  की  आँख  की  किरकिरी   बने  हुए  थे   l इस  जाँच -   पड़ताल  के  दौरान   महात्मा  गाँधी  को  अनेक  चिट्ठियां  दिन  में  बहुत  बार  कलेक्टर  के  पास  भेजनी  पड़ती  थीं  l  यह  सब  डाक  ले  जाने  का   काम  कृपलानी जी  ही  करते  थे  l   कृपलानी जी  को  डाक  लाते - ले जाते   देखकर  एक  बार   कलैक्टर  ने  पूछा --- "  आप  ही   तो  वह   कृपलानी जी   हैं  ,  जो  इस  सब  हलचल  के  मुखिया  हैं  l  फिर  आप  यह  डाक  का  काम  क्यों  करते  हैं  ?"
        कृपलानी जी  ने  उत्तर  दिया ---- " मैं  तो  एक  साधारण  कार्यकर्ता  और  बापू  का  चपरासी  हूँ  l  "
  उनकी  यह  विनम्रता  एवं  गांधीजी  की   हर  बड़े - से - बड़े  व्यक्ति  से   छोटा  कार्य  करा  लेने  की  क्षमता  ने  उन  दिनों  महामानवों  का  एक  विशाल  समुदाय  विनिर्मित  कर  दिया  था   l