मनुष्य के व्यक्तित्व की पहचान उसके ऊँचे उद्देश्यों एवं धार्मिक मूल्यों के प्रति निष्ठां से होती है प्रतिकूल परिस्थितियों में सच्चे आदर्शों के प्रति अडिग निष्ठा दिखाने का साहस विरले ही कर पाते है l महात्मा गाँधी ने स्वतंत्रता आंदोलन में मूल्यों को जीवित रखा I आजादी के बाद अहिंसा और अपरिग्रह का जो मूल्य अपनाया उसे अंत तक जीवित रखा l