29 October 2017

WISDOM ------ दुर्बुद्धि और अज्ञानता के असुर का संहार जरुरी है

    मनुष्य  की  अधिकांश  समस्याओं  का  कारण  दुर्बुद्धि  है ---   रावण  और  कंस  के  समय  अनेक  साधन - संपन्न  राजा  व  योद्धा  थे  ,  वे  चाहते  तो  असुरों  के  विरुद्ध  संघर्ष  छेड़  सकते  थे  , पर  ऐसा  न  हो  सका  l  धनवान , बुद्धिमान , बलवान  सभी  बैठे  रहे  l
  गजनी  और  गौरी  के  आक्रमण  के  समय  अनेकों  शस्त्र सज्जित  सामंत  थे  ,  वे  चाहते  तो  मिलजुलकर  आक्रमणकारियों  को  खदेड़  सकते  थे  ,  पर  यह  भी  न  हो  सका  l
  महात्मा  गाँधी  के  युग  में  600  से  भी  ज्यादा  राजे - महाराजे  थे ,  उनके  पास  सेना  भी  थी   और   शस्त्र   भी ,  परन्तु  वे  अपना  साहस  खो  चुके  थे   l  उन  सभी  में  देश , धर्म   और  संस्कृति  के  लिए  त्याग - बलिदान  की  मांग  पूरी  करने  की  तेजिस्वता  नहीं  रह  गई  थी  l  इसलिए  सभी  समर्थों  के  रहते  हुए   स्वाधीनता  के  युग  में  निहत्थे  सत्याग्रही  ही  आगे  बढ़े  l
     आज  भी  सुयोग्य  और  समर्थ  जनों  की  कोई  कमी  नहीं  है  लेकिन   अशिक्षा , बेकारी , पिछड़ापन , आतंक ,  अपराध    आदि  अनेक  समस्याओं  ने  समाज  को  जकड़  रखा  है  l   इन  सबका  एक  ही  कारण  है ---- दुर्बुद्धि  l   मनुष्य  की  इच्छा , बुद्धि  व  क्रिया   सभी   को  दुर्बुद्धि  ने ,  अज्ञानता  के  अंधकार  ने  जकड़  रखा  है   l   अपने  स्वार्थ ,  लालच  और  संग्रह  से  आगे  व्यक्ति  कुछ  सोच  ही  नहीं  पा  रहा  है  l 
      आइन्स्टीन  से  किसी  ने  पूछा  ---- "  संसार  में  इतना  दुःख   और  कलह  क्यों  है  ?  जबकि  विज्ञानं  ने  इतने  सुख - साधन   उत्पन्न  किये  हैं  l "
  उन्होंने  उत्तर  देते  हुए  कहा ---- " बस ,  एक  ही  कमी  रह  गई  कि  अच्छे  मनुष्य  बनाने  की  कोई  योजना  नहीं  बनी  l  देश , सम्प्रदाय  के  पक्षधर  सभी  दीखते  हैं  ,  पर  ऐसे  लोग  नहीं  दिखाई  पड़ते ,  जो  अच्छे  इनसान  बनाने  की  योजनाएं  बनाएं  l