एक विद्वान् अपने कुत्ते के साथ भ्रमण को निकले l सामने से एक व्यक्ति आ रहा था जो अंदर ही अंदर उनकी विद्व्ता से जलता था l उसने उनको अपमानित करने की दृष्टि से उनसे पूछा ---- " आप दोनों महानुभावों में कौन श्रेष्ठ है ? " विद्वान् ने इस बात का बुरा नहीं माना और बोला ---- " मित्र ! यदि मैं इस सुर दुर्लभ मानवीय काया का सदुपयोग करते हुए श्रेष्ठ कर्म करूँ , तो मैं श्रेष्ठ हुआ और यदि मैं अपने सच्चे स्वरुप का ध्यान न रखते हुए जानवरों जैसे कर्म करूँ तो मुझसे और मुझ जैसे अनेक नर - पशुओं से कहीं ज्यादा ये कुत्ता श्रेष्ठ है l "
यह उत्तर सुनकर प्रश्न करने वाले का सिर लज्जा से झुक गया l
यह उत्तर सुनकर प्रश्न करने वाले का सिर लज्जा से झुक गया l