25 July 2018

WISDOM ---- किन परिस्थितियों में कौनसा कार्य जरुरी है , इसे विवेक का आश्रय लेकर समझा जाये

   जो  लोग  चापलूसी   से  आगे  बढ़ना चाहते  हैं   उनकी  स्वयं  की   विवेक   बुद्धि   शून्य  हो  जाती  है  और  वे  परिस्थितियों  के  अनुसार  सही  निर्णय  नहीं  ले  पाते l  लेकिन  जो   सच्चाई  के  रास्ते  पर  चलते  हैं ,  उनका  विवेक  जागृत  होता  है  , वे  परिस्थितियों  के  अनुसार  सही  निर्णय  लेते  हैं  l 
  एक  कथा  है ----- एक  संत  अपने  किसान  भक्त  की  प्रार्थना  स्वीकार  कर  के   उसके  गाँव  पहुंचे  l  किसान  ने  उनके  लिए  प्रवचन  का  आयोजन  किया  था  l  अचानक  किसान  का  बैल  बीमार  हो  गया  l  किसान  जानता  था  कि  यदि  बैल  को  समय  पर  उपचार  न  मिला  तो  वह  मर  जायेगा  ,  इसलिए  वह  प्रवचन  में  न  जाकर   बैल  को  चिकित्सक  को   दिखाने  ले  गया  l  गाँव  के  कुछ  लोगों  ने  संत  से  उसकी  शिकायत  की  और  बोले  --- महाराज  !  यह  किसान  कितना  स्वार्थी  है   l  आपके  प्रवचन  का  आयोजन  कर  के  खुद  ही  यहाँ  नहीं  आया  l  "
 संत  बोले ---- "  किसान  ने  प्रवचन  में  न  आकर  एक  पीड़ित   की  सेवा  को  महत्व  देकर   यह  सिद्ध  कर  दिया  कि  वह  मेरी   शिक्षाएं  ठीक  प्रकार  से  समझ  गया  है   l  मेरे  सारे  प्रवचनों  का  सार  यही  है  कि  दुःखी - पीड़ितों  की  सहायता  की  जाये   और  विवेक  का  आश्रय  लेकर   यह  समझा  जाये कि  किन  परिस्थितियों  में  कौनसा  कार्य  जरुरी  है   l  "