2 December 2019

WISDOM ------- पत्रकारिता बने एक पावन मिशन ---- पं. श्रीराम शर्मा आचार्य

 आचार्य  श्री  का  कहना  है ---- " आज  जो  पत्र  निकल  रहे  हैं  ,  उनमे  न  तो  मिशनरी  जोश  है   और  न  वैसा  कार्यक्रम  लेकर  चलते  हैं   l   अब  ऐसे  पत्र - पत्रिकाओं  को   बड़ी  संख्या  में  प्रकाशित  होना  चाहिए  ,  जो  पत्रकारिता  को  व्यवसाय  नहीं  ,  मिशन  समझें   और  मानव  जीवन  के  हर  पहलू   पर  प्रकाश  उत्पन्न  कर  सकें  l    सत्साहित्य  सृजन --- युग  की  महान  आवश्यकता  है  l  "
       पत्रकार  का  कार्य   लोकहित  के  मुद्दों  के  पक्ष  में   लोकमत  तैयार  करना  है   l   साथ  ही  अनीति ,  अन्याय  व  अत्याचार  के  खिलाफ  ऐसे  प्रचंड   जनाक्रोश   को  जन्म  देना  है    जिससे  प्रशासन  व  व्यवस्था  हिल  जाये   l   वे  अपने  को ,  अपनी  नीतियों  को    परिवर्तित  करने  के  लिए  विवश  हो  जाएँ   l   महान  पत्रकार  गणेशशंकर   विद्दार्थी  के  शब्द  हैं ---- "  यदि  तुम  सच्चे  पत्रकार  बनना  चाहते  हो   तो  देश  के  दुःख  से  दुःखी   होना  सीखो  l   देशवासियों  की  पीड़ा  और  प्रताड़ना   से  स्वयं  को  पीड़ित   व  प्रताड़ित  अनुभव  करो  l   यह  अनुभूति  ही  तुम्हे  सच्चा  पत्रकार  बनाएगी   l  "
  आज  की  पीढ़ी  के  अधिकांश  पत्रकार    सत्ता , सरकार   और  समर्थ  लोगों  पर  अपना  सब  कुछ    निछावर  करते  हैं   l   आचार्य  श्री  का  कहना  है --- ' पत्रकार  और  पत्रकारिता  तो  सामाजिक - राष्ट्रीय   जीवन  का  प्रकाश  है  ,  इन्हे  उत्तरोत्तर  तीव्र  और  प्रखर  होना  चाहिए  l  "