6 January 2025

WISDOM -----

  पं . श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं ---- "  झूठ  और  बेईमानी  के  मार्ग  पर  चलने  वाले  व्यक्ति  के  मन  में  ग्लानि   , भय , चिंता  भरी  हुई  होती  है  ,  जिससे  वह  मानसिक  बीमारियों   का  शिकार  हो   अस्वस्थ  रहने  लगता  है  l  वह  शारीरिक -मानसिक  विकारों  का  शिकार  होता  है  l  उसका  मनोबल  आत्मबल  कमजोर  होता  है  , जिससे  उसे  हर  काम  में  असफलता  मिलती  है  l  उसे  पल -पल  अपने  झूठ  और  बेईमानी  के  पकड़े जाने  का  भय  सताता  रहता  है  l  इसलिए  वह  झूठ  और  बेईमानी  से  प्राप्त  सुख  के  साधनों  के  होते  हुए  भी  अंदर  से  दुःखी  ही  रहता  है     जबकि  सत्य  के  मार्ग  पर  चलने  वाला   व्यक्ति    आत्मग्लानि  और  भय  से   मुक्त    हमेशा  हर्षित , प्रसन्नचित   और आशावादी   बना  रहता  है  l  इसके  परिणामस्वरूप  वह  जीवन  में   सर्वत्र  सफल  होता  है  l "