कोई मनुष्य चाहे कैसी भी ऊँची जाति का क्यों न हो अगर वह दूसरों के साथ मनुष्यता का बर्ताव करना नहीं जानता तो उसे नीचा ही समझा जाना चाहिए l जो सचमुच ऊँचा होगा वह किसी के साथ अपमान , तिरस्कार का बर्ताव न करेगा |
इस संबंध में अमेरिका के उद्धारक प्रेसीडेंट वाशिंगटन का उदहारण बड़ा प्रेरणादायक है -------
--- एक दिन रास्ते में किसी नीग्रो ने बड़ी विनय के साथ टोपी उतारकर उनको सलाम किया । वाशिंगटन ने भी प्रत्युतर में टोपी उतारकर उसका अभिवादन किया ।
इस पर उनके कुछ गोरे साथियों ने कहा कि आपने यह ठीक काम नहीं किया l वाशिंगटन ने उत्तर दिया ---- "क्या तुम चाहते हो कि मैं उस गरीब , अशिक्षित नीग्रो के मुकाबले में अपने को अविनीत सिद्ध होने देता । "
इस संबंध में अमेरिका के उद्धारक प्रेसीडेंट वाशिंगटन का उदहारण बड़ा प्रेरणादायक है -------
--- एक दिन रास्ते में किसी नीग्रो ने बड़ी विनय के साथ टोपी उतारकर उनको सलाम किया । वाशिंगटन ने भी प्रत्युतर में टोपी उतारकर उसका अभिवादन किया ।
इस पर उनके कुछ गोरे साथियों ने कहा कि आपने यह ठीक काम नहीं किया l वाशिंगटन ने उत्तर दिया ---- "क्या तुम चाहते हो कि मैं उस गरीब , अशिक्षित नीग्रो के मुकाबले में अपने को अविनीत सिद्ध होने देता । "