10 March 2018

WISDOM ----- क्रोध से बचें

  क्रोध  एक  ऐसा  विष  है  जो  चिंतन  और  व्यक्तित्व  को  विषाक्तता  में  बदल  देता  है  l  क्रोध  का  पहला  प्रहार  विवेक  पर  और  दूसरा  प्रहार  होश  पर  होता  है  l  इसलिए  कठिन  कार्यों , संकट  के  समय   और  अपमान  होने  पर  धैर्य  धारण  करने  की  सलाह  दी  जाती  है   l  यदि  किसी  व्यक्ति  को  गुस्सा  आता  है  तो  तुरंत  अपनी  प्रतिक्रिया  न  दें  , बल्कि  गुस्सा शांत  हो  जाने  के  बाद   अपनी  भावनाएं  व्यक्त  करें   क्योंकि  आवेश  में  दी  गई  प्रतिक्रिया  से  गुस्सा  और  बढ़  सकता  है  l