फूलो की सुगंध हवा के प्रतिकूल नहीं फैलती लेकिन सद्गुणों कीर्ति दसों दिशाओ में फैलती है चन्दन जाति का काठ है सर्पों से घिरा रहता है फिर भी अपने गुणों के कारण मस्तक में धारण किया जाता है पुष्प की तरह खिले चन्दन की तरह सुगन्धित बने तो भगवान भी सिर पर रखेंगे