27 September 2019

WISDOM ----- प्रकृति में क्षमा का प्रावधान नहीं होता l

  प्रकृति  अनुशासन  से  आबद्ध  है   l  जो  भी  अनुशासन  को  तोड़ेगा  उसे   क्षमा  नहीं  मिल  सकती  l  भगवान  राम  करुणाकर  थे ,  लेकिन  असुरों  को  क्षमा  नहीं  किया   l  दुर्योधन , दु:शासन  को  उनकी  उद्दंडता  के  लिए  क्षमा  नहीं  किया  गया  और  उनकी  अनीति ,  अत्याचारों  को  चुपचाप  देखने  वाले ,  उनके  पक्ष  में  खड़े  होने  वाले  भीष्म  पितामह , द्रोणाचार्य, कृपाचार्य ,  कर्ण  और  सभी कौरव  मारे  गए  l पं.  श्रीराम  शर्मा  आचार्य   ने  लिखा  है ---- '' अनीति , अत्याचार का  विरोध  होना  चाहिए  l अनीति  का  साथ  देना  अनीति  करने  जैसा  है  l  परन्तु  दंड  देने  का  अधिकार  सभी  को  नहीं  होता   l  इसकी  व्यवस्था  होती  है   और  व्यवस्था  पर  दंड  का  निर्णय  छोड़कर   हमें  उसका  प्रबल  विरोध  करना  चाहिए  l  अत:  हमें  स्वयं  अनुशासन  में  रहते  हुए   प्रकृति  एवं  ईश्वर  के  विधि - विधान  के  अनुरूप  श्रेष्ठ  कर्म  करना  चाहिए   l