7 August 2021

WISDOM -------

 मदनमोहन  नाम  का  एक  नवयुवक    आगरा  के  प्रसिद्ध   कॉलेज   में  शिक्षा  प्राप्त  करने  पहुंचा  l   उसने  खाड़ी  का  धोती - कुरता  पहना  हुआ  था  व  माथे  पर  तिलक  लगा  रखा  था   l  वो  दिन  भारत  की  गुलामी  के  दिन  थे  l   अत:  शिक्षक  ने   उसकी   इस  वेशभूषा  को  देखकर  उससे  अंग्रेजी  में  पूछा ---- " तुम्हे  ब्रिटिश  वेशभूषा  में   कक्षा  में  आना  चाहिए  था  l  :  यह  सुनकर  मदनमोहन   ने   शिक्षक  से  अंग्रेजी  में  ही  प्रश्न  किया  ---- "  मैं  इस  देश  का  वासी  हूँ  ,  फिर  मैं  अपने   ही    देश  में    भारतीय  वेशभूषा  में  क्यों  नहीं  आ  सकता   ? "  उसके  इस  प्रश्न  का  उत्तर  शिक्षक` के  पास  नहीं  था   l   उन्हें  चुप  होना  पड़ा    कालांतर  में  यही   मदनमोहन       स्वामी  कृष्णबोधानंद  के  नाम  से  विख्यात   हुए  l   इन्होने  1942   में  सम्पूर्ण  भारत  में  स्वदेशी  चलाने   की  प्रेरणा  दी   l