2 June 2023

WISDOM -----

   महाभारत  के  कुछ  प्रसंग  इस  सत्य  को  बताते  हैं  कि    मनुष्य  के  जीवन  में  आने  वाली   समस्या    या  दुर्घटना   के  लिए  ईश्वर  उसे  सचेत  करते  हैं   l  अब  यह  व्यक्ति  के  विवेक  पर  निर्भर  है   कि  वह  ईश्वर  के  उन  संकेतों  को  समझ  पाता  है  या  नहीं ,  और  यदि  समझ  गया  है  तो  उसके  अनुरूप  आचरण  करता  है  या  नहीं  l   जैसे ---- महाभारत  में  --- कर्ण  के  शरीर  में  जन्मजात  कवच  और  कुंडल  थे   , जो  अभेद्य  थे  , उनके  रहते  उसे  कोई  भी  मार  नहीं  सकता  था  l  एक   रात  भगवान  सूर्यदेव  स्वयं  उसके  स्वप्न  में  आए  और  उससे  कहा  कि  देवराज  इंद्र   तुम्हारे  कवच -कुंडल  मांगने  आयेंगे  l  तुम्हारी  सुरक्षा  के  लिए  इनका  होना  जरुरी  है  इसलिए  तुम  उन्हें  कवच -कुंडल  देने  से  मना  कर  देना  l  कर्ण  था  महादानी  ,  उसने   सूर्यदेव  की  बात  नहीं  मानी   और  जब देवराज  वेश  बदलकर  आए  , कवच कुंडल  माँगा  तो  कर्ण  ने  सहर्ष  ही   अपने  शरीर  से  निकालकर  उन्हें  कवच कुंडल  दान  कर  दिया  और  स्वयं  ही  अपनी   सुरक्षा  में  एक  कमी  कर  ली  l               पांडव  प्रभु  की  हर  बात  को  बिना  किसी  प्रतिरोध  के  स्वीकार  कर  लेते  थे , उनमे  समर्पण  का  भाव  था  l  जब  महाभारत  का  युद्ध  समाप्त  हो  गया   और  अश्वत्थामा  ने  सोचा  कि  पांडवों  को  सोते  समय  कपट  से  मार  दूंगा  l  भगवान  कृष्ण  तो  अन्तर्यामी  थे , सब  जान  गए , उन्होंने  पांडवों  को  सोते  से  जगाया   और  कहा --- मेरे  साथ  गंगा  किनारे  चलो  l  पांडवों  ने  बिना  किसी  प्रतिरोध  के  उनकी  बात  मन  ली   और  उठकर  चल  दिए  l  श्रीकृष्ण  ने  द्रोपदी  पुत्रों  से  भी  साथ  चलने  को  कहा , परन्तु  बाल बुद्धि   होने  के  कारण   उन्होंने  इनकार  कर  दिया   और  कहा --- आप  जाओ  , हमें  तो  नींद  आ  रही  है  , सोयेंगे  l   अश्वत्थामा  ने  शिविर  में  आग  लगा  दी  l  प्रभु  के  जगाने  पर  जो  जग  गए  , वे  बच  गए   और  जिन्होंने  सोने  की  जिद  की ,   वे  लंबी  नींद  सो  गए  l  आज  भी  हमारे  ह्रदय  में   विद्यमान  परमेश्वर  हमें  समय -समय  पर  विभिन्न  संकेत  देते  हैं   l  यदि  हमारा  मन  निर्मल  है   और  कुछ  समय  हम  मौन  रहते  हैं   तो  उन  ईश्वरीय  संकेतों  को  समझकर  , उनके  अनुरूप  आचरण  कर  अपने  जीवन  को  सँवार  सकते  हैं   l