सफलता के इच्छुक व्यक्ति के लिए उपेक्षा , तिरस्कार और अभावों से परेशान न होकर निरंतर श्रम करते रहना ही सफलता का राजमार्ग है l इस मार्ग का अनुसरण कर व्यक्ति सामान्य ही नहीं विकट से विकट परिस्थितियों में भी ऊँचा उठ सकता है तथा प्रगति के उच्च शिखरों को छू सकता है l