9 February 2022

WISDOM -----

   पुरुष - प्रधान  समाज  में  महिलाओं  पर  अत्याचार  की  गाथा   कोई  नई   नहीं  है  l   हर  जाति   और  हर  धर्म  ने  अपने  तरीके  से  नारी  को  उत्पीड़ित  किया  है  l   इतिहास  ऐसे  उदाहरण  से  भरा  पड़ा  है  l   यह  भी  पुरुषों  की  मानसिकता  ही  है  कि   नारी  को  कमजोर   , दुर्बल  सिद्ध  कर  के  उनके  अहं   को  संतुष्टि  मिलती  है   यही  कारण  है  कि   हमारे  धर्म  ग्रंथों   का  पाठ  करने  में  भी  नारी  को   दुर्बल  बताया  जाता  है  ,  उसके  पीछे  जो  गूढ़  अर्थ  है   उसे  छिपा  देते  हैं  l   जैसे  रामायण  का  पाठ   करने  में  असंख्य  बार    यही  कहा  कि     रावण  ने  सीताजी   का हरण  किया , वहां  वे  राक्षसियों  के  बीच  रहीं ,  फिर   रावण  के  अंत  के  बाद   अपनी  पवित्रता  सिद्ध  करने  के  लिए  उन्होंने  अग्नि  परीक्षा  दी ,  फिर  धोबी  ने  उन  पर  इल्जाम  लगाया  ,  गर्भावस्था  में   वन  में  ऋषि  के  आश्रम  में  रहीं ,  जीवन  भर  कष्ट  सहा  l   इतना  कष्ट  कि    उन्होंने   धरती  माँ  से  निवेदन  किया  कि   वे  उन्हें  अपनी  गोद   में  ले  लें  ,  और  फिर   सीताजी  धरती  में  समां   गईं  l    ऐसी  व्याख्या  से   सामान्य  जनता  यही  समझती  है  कि   औरत  का  जन्म  तो  कष्ट  सहने  के  लिए  हुआ  है  ,  उसे   अपनी  भावना  को  व्यक्त  करने  का  अधिकार  नहीं  है ,  कष्ट  सहो  और  मिटटी  में  मिल  जाओ  l   ऐसे  विचार  रखने  वाले   महिलाओं  को  उत्पीड़ित  करते   हैं   l               सच  तो  यह  है  कि   माता  सीता    साक्षात्  जगदम्बा  की  अवतार  थीं ,  उनके  पास  अपने  पतिव्रत - धर्म  की  शक्ति  थी  l   वो  ऐसे  एक  क्या  हजार  रावण  को  फूँक   से  उड़ा   देतीं    लेकिन  उन्हें  नारी  जाति   को  शिक्षा  देनी  थी    कि   तुम  सहमी , सिमटी  न  रहो   अन्यथा  ऐसे  ही  रावण  तुम्हारे  व्यक्तित्व  को  मिटा  देंगे  ( अपहरण )  ,  तुम्हे  राक्षसियों  के   बीच  रखकर  छल , कपट  से  अपना  स्वार्थ  सिद्ध  करेंगे  ,  ओछे  लोग  जिनका  अपना  कोई  चरित्र  नहीं  होगा   '  वे  तुम  पर   इल्जाम  लगाएंगे  l   इसलिए    तुम  अपनी  शक्ति  को  पहचानों ,  देवी  दुर्गा  की  तरह  शक्तिशाली  बनों ,  अपनी  महत्वाकांक्षा  पर  अंकुश  रखो ,  सोने  के  मृग  के  पीछे  न  भागो   l    कोई  भी  धर्म    किसी  को  भी  उत्पीड़ित  करने  का  समर्थन  नहीं  करता    l    अपने  आचरण  से  शिक्षा  दो   l   जिओ  और  जीने  दो  l