28 August 2024

WISDOM ------

  महाराज  विक्रांत  एक  बार  जंगल  में  भटक  रहे  थे  l  एक  किसान  ने  उन्हें  शरण  दी  ,  वह  नहीं  जानता  था  कि  ये  कौन  हैं   ?  किसान  ने  उनका  बहुत  स्वागत  किया  l   जाते  समय  राजा  ने   राजमुद्रा  अंकित  पहचान  पात्र  दिया  और  कहा  ---- " कभी  कोई  कष्ट  हो , आवश्यकता  हो   तो  राजदरबार   में  इसे  लेकर  आना  l "    किसान  मेहनती  था  l  उसे  कुछ  आवश्यकता  तो  थी  नहीं  ,  समय  के  साथ  वह  घटनाक्रम  भूल  गया  l   बहुत  समय  बाद  परिस्थिति  में  परिवर्तन  हुआ  , किसान  की  आर्थिक  स्थिति  बिगड़ने  लगी  l  उसे   पिछली    घटना  याद  आई   l  वह  पहचान पत्र  लेकर  दरबार  पूछा  l  राजा  उस  समय  आराधना -गृह  में  था  l पहचान  पत्र  के  कारण  प्रहरियों  ने  उसे  अन्दर  जाने  दिया  l  किसान  ने  देखा  कि  महाराज  स्वयं  भगवान  से  कुछ  मांग  रहे  थे  l  यह  देखकर  किसान  का  स्वाभिमान  जाग  गया   और  वह  वापस  लौटने  लगा  l   महाराज  ने  उसे  देखा  तो  पहचान  लिया   और  रोक  कर   उसे  कुछ  देने  की  इच्छा  प्रकट  की  l  किसान  ने  कहा ---- " महाराज  ! आया  तो  मांगने  था  ,  पर  उस  परम  सत्ता  से  ही  मांगूंगा  ,  जिससे  आप  भी  मांगते  हैं  l  सर्वशक्तिमान   भगवान  के  रहते  मनुष्य  से  क्यों  माँगा  जाये  l