मारिया मान्टेसरी रोम में जन्मी थीं । वे इटली की प्रथम महिला चिकित्सक बनी । किशोरावस्था के अपराधियों , पागलखानों को देखकर जड़ों में जाने की उनकी इच्छा जागी । उन्होंने स्कूलों की शिक्षा प्रणाली का विश्लेषण किया , पाया कि वहीँ पर गड़बड़ है । उन्होंने देखा बच्चे चुपचाप सुनते रहते
हैं । अपने विचार अभिव्यक्त करने पर उन्हें डांटा जाता है ।
एक परिष्कृत शिक्षा -प्रणाली को विकसित करने की बात उनके जेहन में आई । पहला प्रयोग एक गंदी बस्ती लोरेंजो से किया गया । --यहीं जन्मी मान्टेसरी शिक्षा प्रणाली , जो आज सारे विश्व में बाल -शिक्षण का आधार है । 1912 में उन्होंने इस प्रणाली पर पहली पुस्तक प्रकाशित की । इस पुस्तक को लगभग सभी में अपना लिया गया । आज सभी श्रद्धा से उस महिला को याद करते हैं , जिसने एक युगप्रवर्तक शिक्षा -प्रणाली दी ।
हैं । अपने विचार अभिव्यक्त करने पर उन्हें डांटा जाता है ।
एक परिष्कृत शिक्षा -प्रणाली को विकसित करने की बात उनके जेहन में आई । पहला प्रयोग एक गंदी बस्ती लोरेंजो से किया गया । --यहीं जन्मी मान्टेसरी शिक्षा प्रणाली , जो आज सारे विश्व में बाल -शिक्षण का आधार है । 1912 में उन्होंने इस प्रणाली पर पहली पुस्तक प्रकाशित की । इस पुस्तक को लगभग सभी में अपना लिया गया । आज सभी श्रद्धा से उस महिला को याद करते हैं , जिसने एक युगप्रवर्तक शिक्षा -प्रणाली दी ।