15 October 2017

WISDOM ------ शिक्षा एक शक्ति है उसका सदुपयोग करें l

 आज  ज्ञान - विज्ञान  में  अग्रणी  रूस  की  प्रमुख  शक्ति  वहां  के  प्रत्येक  नागरिक  का  शिक्षित  होना  है  l   1920  से  पूर्व   रूस  में  निरक्षरता  की  स्थिति  भयावह  थी  , किन्तु  राज्य  सत्ता  का  हस्तांतरण  होते  ही   निरक्षरता  को   मिटाने  के  लिए  अथक  प्रयत्न  किये  गए  l  देश  के  कोने - कोने  में  निरक्षरता  उन्मूलन  केंद्र  खोले  गए  l  हर  शिक्षित  व्यक्ति  ने  प्रत्येक  अनपढ़  को  पढ़ाने - लिखाने  का  संकल्प  लिया  l  उस  वक्त  वहां  के  70  प्रतिशत  पुरुष  और   90  प्रतिशत  महिलाएं  अशिक्षित  थीं  l   71  जन जातियों  में  से  40  जातियां  ऐसी  थीं  जिनकी  कोई  भाषा  नहीं  थी  ,  उन्हें  शिक्षित  करना  बहुत  बड़ी  जिम्मेदारी  थी  l   इन  लोगों  के  लिए  भाषा  का  निर्माण  हुआ , जगह - जगह  स्कूल  खोले  गए  l  करोड़ों  की  संख्या  में  प्रौढ़  अशिक्षितों  को  पढ़ाने  के  लिए     स्वयं  सेवी  शिक्षकों  को   भावनात्मक  स्तर  पर  तैयार  किया  गया  l प्रत्येक   साक्षर  एक  निरक्षर  को  पढ़ाये ----- यह  रुसी साक्षरता अभियान  का  प्रमुख  नारा  था  , जिसे  पूर्ण  करना  प्रत्येक  नागरिक  का  राष्ट्रीय  दायित्व  था  l  इसके  परिणाम स्वरुप  192 0  से  1940  के  मध्य   पांच  करोड़  अनपढ़ों  को  साक्षर  बना  दिया   l   1970  तक   99.8  प्रतिशत  पुरुष  और   99 .7  प्रतिशत  महिलाएं  शिक्षित  हो   गईं  l
  लेनिन  का  नारा  था ---- पढ़ो   !  पढ़ो  !  पढ़ो  !   इसे  वहां  के  नागरिकों  ने  सत्य  करके  दिखाया  l