12 June 2024

WISDOM -----

  1 . हित  चाहने  वाला  पराया  भी  अपना  है   और  अहित  करने  वाला   अपना  भी  पराया  है  l   रोग  अपनी  देह  में  पैदा  होकर   भी  हानि  पहुंचाता  है   और  औषधि   वन  में  पैदा  होकर  भी  हमारा  लाभ  ही  करती  है  l  

2 . जिस  प्रकार  बछड़ा  हजार  गायों  में  भी   अपनी  माँ  को  ढूंढ  लेता  है  ,  उसी  प्रकार  किया  गया  कर्म  भी   अपने  कर्ता  को  ढूंढ  निकालता  है  l