31 May 2023

WISDOM -----

     लघु कथा ----  यह  संसार  प्रकृति  के  नियमों  से  चल  रहा  है  l  कर्म  का  विधान  हर  जगह  लागू  है  l  कोई  भी  उससे  बच  नहीं  सकता  l  ईश्वर  ने  यह  कर्म  विधान  बनाया   और  सर्वशक्तिमान  होते  हुए  भी  वे  स्वयं  इस  कर्म विधान  से  बच  नहीं  सकते  l  यदि  उनसे  भी  कोई  भूल  हुई  है   तो  उन्हें  भी  अपने  कर्म  का   फल  भोगना  पड़ता  है  l  पुराण  की  एक  कथा  है ---- एक  बार  दैत्यों  ने  बहुत  उपद्रव  मचाया   और  देवताओं  को  बहुत  कष्ट  देकर  भागने  लगे  l  जब  देवताओं  ने  उनका  पीछा  किया   तो  वे  भृगु  ऋषि  के  आश्रम  में  छिप  गए   l  उस  समय  ऋषि  बाहर  एकांत  में  तप  करने  गए  थे  l  ऋषि  पत्नी  ने   उन्हें  कहा  कि  तुम  लोग  अत्याचार , अन्याय  करते  हो  , यह  ठीक  नहीं  है  l  दैत्यों  ने  कहा  --- ' आप  ठीक  कहती  हैं  लेकिन  विष्णु  हमारे  पीछे  आ  रहे  हैं  ,  हमें  शरण  दो , हमारी  रक्षा  करो  l "  और  वे  वहां  छुप  गए  l  विष्णु  भगवान  आए  और  ऋषि  पत्नी  से  प्रार्थना  की  --- " आप  इन  दैत्यों  को  बाहर  कर  दें  l "  ऋषि  पत्नी  ने  कहा --- "  अभी  तो  ये  हमारे  शरणागत  हैं  , आश्रम  में  आप  इन्हें  नहीं  मार  सकते  ,  जब  बाहर  निकलें  तब  आप  इन्हें  मार  देना  l "  विष्णु  भगवान  ने  कहा ---- " ये  हमारे  अपराधी  हैं  , इन्हें   अभी  ख़त्म  कर  देंगे  l  "  ऋषि  पत्नी  ने  जब  उन्हें  आगे  बढ़ने  से  रोका  , शरणागत  की  रक्षा  करना  उनका  धर्म  था  l  इसलिए  भगवान  विष्णु  को  उनका  वध  करना  पड़ा   और  इसके  बाद  उन्होंने  अपने  चक्र  से  दैत्यों  को  मार  गिराया  l   भृगु  ऋषि  तक  जब  पत्नी  की  मृत्यु  का  समाचार  पहुंचा  तो  वे  आए  और  मन्त्र  बल  से  पत्नी  को  जीवित  कर  दिया  l  उन्होंने  कहा ---- " स्रष्टि  में  कोई  नियम  है   कि  नहीं  , विष्णु  की  हिम्मत  कैसे  पड़  गई  l   बिना  पत्नी  के  जीवन  कैसा  होता  है  ,  यह  विष्णु  को  भी  अनुभव  होना  चाहिए  l  उन्होंने  विष्णु  भगवान  को  शाप  दिया   जिसके  फलस्वरूप  रामावतार  में    भगवान  राम  कभी  सीता  के  साथ  नहीं  रह  पाए  l    कर्मफल  के  नियम  का  कोई   अपवाद  नहीं  है  l     आज  मनुष्य   अपराध  करके , दुष्कर्म  कर  के    दंड  से  बच  सकता  है   लेकिन  ईश्वर  के  न्याय  से , कर्मफल  से  कोई  नहीं  बच  सकता   ' भगवान  के  घर  देर  है , अंधेर  नहीं   है  l '