25 October 2022

WISDOM -----

     चीन  का  एक  अमीर  च्यांग  भेड़  पालने  का  धंधा  करता  था  l  एक  बार  उसने  दो  लड़के   नौकर  रखे   और  चराने  के  लिए  भेड़ें  बाँट  दीं  l   देखने  पर  पता  चला  कि  भेड़ें   दुबली  भी  हो  गईं  और  कुछ  मर  भी  गईं  l  अमीर  ने  चरवाहों  को  जिम्मेदार  ठहराया  और  जाँच  की  कि   किस  कारण  इतनी  हानि  हुई  l  पता  लगा  कि  दोनों  अपने -अपने  व्यसनों  में  लगे  रहे  l  एक  को  जुआ  खेलने  की  आदत  थी  ,  जब  भी  दाँव  लगता  जुए  में  जा  बैठता  l  भेड़ें  कहीं -से -कहीं  जा  पहुँचती  और  भूखी -प्यासी  कष्ट  पातीं  l  यही  बात  दूसरे  की  थी  ,  वह  पूजा -पाठ  का  व्यसनी  था  l  वह  भेड़ों  पर  ध्यान  न  देता   और  अपनी  रूचि  के  काम  में  लगा  रहता  l  दोनों  पकड़े  गए  और  न्याय  के  लिए   कन्फ्यूशियस  के  सामने  प्रस्तुत  किए  गए   l  दोनों  के  कारणों  में  भेद  था  ,  पर  कर्तव्यपालन  की  उपेक्षा  करने  के  लिए  दोनों  समान  रूप  से  दोषी  थे  l  न्यायधीश  ने  दोनों  को  समान  रूप  से  दंड  दिया   और  कहा --- " कर्तव्य  भाव  के  बिना  जो  किया  जाता  है   वह  व्यसन  है  ,  व्यसन  में  जुआ  खेला  या  पूजा  की  l  कर्तव्य  की  तो  उपेक्षा  की  l  उसी  का  दंड  दिया  गया  है  l  "  'कर्तव्य  ही  धर्म  है  l '