22 August 2024

WISDOM -----

   राबिया परम  विदुषी महिला  संत  थीं  l  एक  दिन  कुछ  लोगों  ने  उनसे  कहा --- '   हमारे  मन  में  शांति  नहीं  है ,  आनंद  नहीं  है  l  सब  सुख  वैभव  है  लेकिन  मन  बहुत  बेचैन  रहता  है  l "  राबिया  ने  उस  समय  तो  कुछ  नहीं  कहा  l  एक  दिन  उन  लोगों  ने  देखा  कि   वे  अपनी  झोंपड़ी  के  बाहर  कुछ  ढूंढ  रहीं  हैं  l  लोगों  के  पूछने  पर  वे  बोलीं  --- "  मैं  सुई  ढूंढ  रही  हूँ  l  यह  सुनकर  लोग  भी  उनके  साथ  सुई  ढूँढने  लगे  l  बहुत  देर  तक  सुई  खोजने  पर  भी  नहीं  मिली  तो  किसी  ने  पूछा  ---- " आपकी  सुई  कहाँ कहाँ  गिरी  थी  , ताकि  उसी  स्थान  पर  हम  उसे  खोजें  ? "  राबिया  ने  कहा --- "  सुई  तो  मेरी  झोंपड़ी  के  अन्दर  खोई  थी  l "   सुनकर  सभी  लोग  हँसने  लगे  l  उनमें  से  एक  व्यक्ति  ने  कहा --- '  जब  आपकी  सुई  झोंपड़ी  के  अन्दर  खोई  थी  ,  तो  आप  उसे  बाहर  क्यों  ढूंढ  रही  हैं  ? '  राबिया  ने  कहा ---- "  अंदर  झोंपड़ी  में  अँधेरा  है  ,  लेकिन  बाहर  रौशनी  है  ,  इसलिए  मुझे  अँधेरे  में  सुई  कैसे  मिलती  ? "  लोग  बोले ---- " अंदर  प्रकाश  करो   और  ढूंढों  ,  सुई  मिल  जाएगी  l  "  इस  पर  राबिया  मुस्कराते  हुए  बोलीं ---- "  अपने  जीवन  में  तुम  सभी  इस  ज्ञान  का  प्रयोग  क्यों  नहीं  करते  ?  तुम  बाहर  आनंद  की  खोज  करते  हो  ,  जबकि  वह  अंदर  ही  है  l  तुम्हे  अंदर  प्रकाश  की  व्यवस्था  कर  के   उसे  वहां  ढूंढना  चाहिए  न  कि  बाहर   l "