29 September 2024

WISDOM ----

  पं . श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं ---- "  कायरता  मनुष्य  का  बहुत  बड़ा  कलंक  है  l  कायर  व्यक्ति  ही  संसार  में  अन्याय , अत्याचार  तथा  अनीति  को  आमंत्रित  किया  करते  हैं  l  संसार  के  समस्त  उत्पीड़न  का  उत्तरदायित्व  कायरों  पर  है  l  "   कलियुग  की   अनेक  विशेषताएं  हैं   लेकिन  यह  एक  ऐसी  विशेषता  है   जिससे  कोई  भी  छोटी  से  छोटी  और  बड़ी  से  बड़ी  संस्था , संगठन , कार्यालय  , कला,   साहित्य , राजनीति ------- आदि  कोई  भी  क्षेत्र  अछूता  नहीं  बचा  है  l  लोग  स्वयं  को  सर्वश्रेष्ठ , सभ्य , संभ्रांत  दिखाने  के  चक्कर  में  भीतर  से  खोखले  हो  गए  हैं  l  ऐसे  लोग  सामने  से , प्रत्यक्ष  रूप  से  कोई  विवाद  नहीं  करते ,  उनका  आचरण   इतना  उच्च  कोटि  का  होगा  कि  आप  यह   समझ  ही  न  पाओगे  कि  उनके  भीतर  कौन  सा  असुर  छिपा  है  l  सामने  मीठा  बोलते  हुए  वे  कायरों  की  भांति  पीठ  में  खंजर  भोंकते  हैं  l  दूसरों  की  योग्यता  से  ईर्ष्या ,  अहंकार  , लालच  ,  योग्यता  न  होने  पर  दूसरों  को  धक्का  देकर  आगे  बढ़ने  की  प्रबल  महत्वाकांक्षा    ---ये  ऐसे  कारण  है   कि   व्यक्ति   धोखा , छल , कपट  षड्यंत्र  रचता  है   जिससे  उसका  असली  चेहरा  समाज  के  सामने  न   आए  और  उसका  उदेश्य  भी  पूरा  हो  जाए  l   आचार्य  श्री  लिखते  हैं  ---- "  सच्चाई  को  छिपाया  नहीं  जा  सकता  l  मनुष्य  के  व्यक्तित्व  में  इतने  छिद्र  हैं  जहाँ  से  होकर  सत्य  बाहर  आ  ही  जाता  है  l  "  कुछ  वर्षों  पहले  जब  डाकुओं  की  समस्या  थी   तब  अनेक  डाकू  ऐसे  थे   जो  यह  घोषणा  कर  के  आते  थे  कि  हम  अमुक  गाँव  में  डाका  डालेंगे  ,  उनके  अपने  सिद्धांत  थे  लेकिन  शिक्षा  के  प्रचार -प्रसार  से    लोगों  को  यह  अच्छा  नहीं  लगा  कि  समाज  और  आने  वाली  पीढियां   उन्हें  ऐसे  अपराधी  के  रूप  में  पहचाने  l  इसलिए  अब  ऐसी  प्रवृत्ति  के  लोगों  ने  अपने  ऊपर  सफ़ेद  पोश   ओढ़  लिया  l  इसका  सबसे  बड़ा  नुकसान  यह  हुआ  कि  पहले  डाकू  एक  निश्चित  क्षेत्र  में  होते  थे  ,  उनकी  पहचान  थी   लेकिन  अब  शराफत  का  आवरण  ओढ़  लेने  के  कारण  वे  सम्पूर्ण  समाज  में  व्याप्त  हो  गए   और  लोगों  को   लूटने  के  भी  नए -नए  तरीके  हो  गए   l  अब  यह  समस्या  कैसे  हल  होगी  ?  यह  तो  समझ  के  बाहर  है  l  कलियुग  की  सबसे  बड़ी  जरुरत  है  कि  सब  लोग  ईश्वर  से  सद्बुद्धि  की  प्रार्थना  करें  l