12 December 2025

WISDOM -----

महान  दार्शनिक  संत  अगस्तीन  के  पास    एक  जिज्ञासु   पहुंचा  l  उसे  अपने  जीवन  के  सत्य  को  समझने  की  बहुत जिज्ञासा  थी  l  उसने  संत  से  कहा  -- आप  मुझे  बहुत  कुछ  कहने -समझाने  की  बजाय  ,  केवल  एक  शब्द  में  उपदेश  दें  l  संत  अगस्तीन  उसकी  ओर  देख  रहे  थे  ,  वह  व्यक्ति  उनसे  कहे जा  रहा  था  कि  आप  मुझे  बहुत  आज्ञाएँ  न  देना  ,  क्योंकि  मैं  भूल  जाऊँगा  l  आप  तो  मुझे  एक  शब्द  में  ही  सार  की  बात  बता  दें  l  मैंने  शास्त्रों  को  भी  नहीं  पढ़ा  है   और  न  ही  पढ़ने  की  इच्छा  है l  संत  अगस्तीन मुस्कराते  हुए  बोले  ---- "  तुम्हारे  लिए  वह एक  शब्द  है  ' प्रेम  ' l  पर  यह  तथ्य  ध्यान  रखना  कि  प्रेम  वही   कर  सकते  हैं  ,  जिन्होंने   स्वार्थ , वासना  और  अहंता  की  क्षुद्रता  का   पूरी  तरह  से  त्याग  कर  दिया  है  l  यदि  तुम  सचमुच  ही  प्रेम  कर  सको  ,  तो  शेष  सब  अपने  आप  ही  हो  जायेगा  l "