7 September 2025

WISDOM ------

   आज  हम  वैज्ञानिक  युग  में  जी  रहे  हैं  l  दुनिया  ने  कितनी  तरक्की  कर  ली  लेकिन  फिर  भी  जाति , धर्म  को  लेकर  लोग  लड़  रहे  हैं , दंगे -फसाद  कर   स्वयं  अपना  जीवन  कष्टप्रद  बना  रहे  हैं  l  कितने  ही  इन  दंगों  की  आग  में  झुलसकर   अपने  परिवार  को  अनाथ  कर  रहे  हैं  l  यह  दुर्बुद्धि  का  सबसे  बड़ा  उदाहरण  है   कि  व्यक्ति  के  पास  जो  कुछ  है  , वह  उसका  आनंद  नहीं  उठा  पा  रहा  ,  अपनी ऊर्जा  को   ऐसे  नकारात्मक  कार्यों  की  योजना  बनाने , , उन्ही  में  उलझे  रहने  में  गँवा  रहा  है  l  यदि  व्यक्ति   परिवार  में  होने  वाले  झगड़े  या  समाज  और  संसार  में  होने  वाले  दंगे -फसाद  और  उपद्रवों   के  पीछे  की  सच्चाई  को  समझ  जाए  तब   वह  इनमें  उलझना  बंद  कर  देगा  l  इनका  सच  यह  है  कि  संसार  में  सकारात्मक  और  नकारात्मक   दोनों  ही   शक्तियां   प्रत्यक्ष और  अप्रत्यक्ष  रूप  से  हैं  l  संसार  में  हजारों  वर्षों  से  ही  युद्ध , उपद्रव  आदि  होते  रहे  हैं  ,   ऐसा  करने  और  कराने  वालों  की  आत्माएं   अप्रत्यक्ष  रूप  से   इस  वायुमंडल  में  हैं  l  संसार  में  युद्ध  हों , दंगे -फसाद , उपद्रव  और  हत्याएं  हों ,  परिवारों में  आपस  में  झगड़े  हो ,  लूटपाट , धोखाधड़ी  जालसाजी  सब  होता  रहे  ,   यही  उनके  मनोरंजन  का  साधन  है  l  जब  ऐसा  होता  है  तब  ये  नकारात्मक  , आसुरी  शक्तियां    चाहे  प्रत्यक्ष  हों  या  अप्रत्यक्ष   ताली  बजा -बजाकर    खुश  होती  हैं   कि  क्या  मजा  आ  गया  !  यह  सब  उनकी  खुराक , उनके  आनंद  का  स्रोत  हैं  l  ये  आसुरी  शक्तियां  लोगों  के  दिमाग  में  प्रवेश  कर   उन्हें  ऐसे  नकारात्मक  कार्य  करने  को  विवश  कर  देती  हैं ,  उन्हें  अपनी  कठपुतली  बनाकर  नचाती  हैं  l  इनसे   बचने  का  एक   ही  तरीका है  कि  स्वयं  को  सकारात्मक  कार्यों  में  व्यस्त   रखो  , अपने  विवेक  को  जगाओ  l   मानव  जीवन  अनमोल  है  ,  ऐसे  नकारात्मक  कार्यों  में  उलझकर  अपने   जीवन   को  गँवाने  से   कोई  फायदा  नहीं  ,  न  तो  इस  धरती  पर  ही  कोई  सम्मान  मिलेगा  और  न  ही  ऊपर  कोई  जगह  मिलेगी  ,  बीच  में  ही  युगों -युगों  तक  भटकना  होगा  l