17 December 2025

WISDOM ------

   जरथुस्त्र  जब  जन्में  तो  हँसते  हुए  पैदा  हुए  l  अन्य  बालकों  की  तरह  रोए  नहीं  l  सभी  आश्चर्यचकित  थे  कि  यह  रोए  क्यों  नहीं  l  जब  जरथुस्त्र  बड़े  हुए  तो  तो  लोगों  ने  जन्म  के  समय  हँसने  का  वृतांत  उन्हें  सुनाया   और  इसका  रहस्य  जानना  चाहा  l  वे  बोले  ---- "  हम  तो  मर  रहे  थे  ,  तब  भी  हँस  रहे  थे  l  तब  से  ही  परदे  के  पीछे  से  हँसते  चले  आ  रहे  हैं  l  हम  जन्म  के समय ही  नहीं  हँसे  ,  हर परिवर्तन   हँसकर  ही  झेला  जाता  है  l  "  जरथुस्त्र  अंतिम  समय  भी  हँसे   तो  लोगों  की समझ  में  नहीं  आया  कि  अब  क्यों  हँसे  ?  पूछा  गया  तो  बोले  ----- "  लोगों  को  रोते  देखकर    हँसी  आ  गई  कि  कितने  नादान  हैं  ये  ,  हम  मकान  बदल  रहे  हैं  ,  तो  इन्हें  क्यों  परेशानी  हो  रही  है  l "  आचार्य श्री  कहते हैं  ----' यदि  हम  परिवर्तन  को   इसी  तरह  मुस्करा कर  स्वीकार  कर  लें   तो  जीवन  जीने  का  मन्त्र  आ  जाए  l '