14 July 2013

Nothing is impossible to the man who can will and then do .

'कर्मवीर उदास नहीं देखे जाते | खीजते वे रहते हैं ,जो आलस में समय गंवाते हैं और जिम्मेदारियों से जी चुराते हैं | हो सकता है परिश्रमी को कठिनाइयां झेलनी पड़ें ,पर चैन तो निठल्लेपन में भी नहीं मिलता  | '
       स्पेन के नाविक कोलम्बस ने दुस्साहसी नौकायन करके अमेरिकी महाद्वीप को खोज निकाला | उसकी कीर्ति सब ओर फैली | लौटने पर सम्मान सूचक अनेक समारोह हुए |
   ऐसे ही एक प्रीति भोज में उनके किसी विद्वेषी ने कहा -"यह कौन सी बड़ी बात है | अटलांटिक पार किया कि अमेरिका आ गया | इतने सरल काम के लिये इतने सम्मान की क्या जरुरत है | "
    भोज समाप्त होने पर कोलम्बस ने एक उबला अंडा मेज पर रखा और कहा -"आप में से कोई सज्जन इसे सीधा खड़ा कर देने की कृपा करें | "
सभी ने बहुत अकल दौड़ाई ,कोशिश की पर वैसा न हो सका ,जैसा कि करने के लिये कहा गया था |
  कोलम्बस ने अंडे का एक सिरा उँगली के सहारे पिचकाकर समतल किया और मेज पर खड़ा कर दिखाया |
 उसने कहा -"देखा आप लोगों ने ,अंडा सीधा खड़ा कर देना कितना सरल है | पर सूझ -बूझ के अभाव में आप में से कोई इसे कर नहीं सका | "

  "महत्व श्रम का ही नहीं ,सूझ -बूझ का भी होता है | "

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