' यदि भक्ति में कटौती करके सेवा में समय लगाना पड़े तो उसे घाटा नहीं समझना चाहिये | भक्ति बिना स्वर्ग हाथ से जा सकता है, पर सेवा के बिना तो आत्मा ही सड़ जायेगी | '
मार्क ट्वेन ने कहा है--" मेरा भगवान न गिरिजाघर में, न क्रूस में, मेरा भगवान तो चलता-फिरता मनुष्य है, वह मनुष्य जिसकी में अब तक सेवा करता आया हूँ | "
सेंट पॉल ने परमात्मा की स्नेह की प्रवृतियों का उल्लेख करते हुए कहा है--" यदि कोई उससे दो कदम साथ चलने को कहे, तो वह उसके साथ एक मील तक जाने का उत्साह दिखाता है, किंतु शर्त एक ही है कि वह उनका सुपुत्र उनका अनुशासन पाले, स्वयं ऊँचा उठे और दूसरों को आगे बढ़ाने, ऊँचा उठाने का दायित्व निभाये, तभी परमपिता भी पग-पग पर उसके साथ चलने का अपना वचन निभाते हैं अन्यथा अनुशासनहीन कुपात्रों की तरह उसकी उपेक्षा कर देते हैं | "
मार्क ट्वेन ने कहा है--" मेरा भगवान न गिरिजाघर में, न क्रूस में, मेरा भगवान तो चलता-फिरता मनुष्य है, वह मनुष्य जिसकी में अब तक सेवा करता आया हूँ | "
सेंट पॉल ने परमात्मा की स्नेह की प्रवृतियों का उल्लेख करते हुए कहा है--" यदि कोई उससे दो कदम साथ चलने को कहे, तो वह उसके साथ एक मील तक जाने का उत्साह दिखाता है, किंतु शर्त एक ही है कि वह उनका सुपुत्र उनका अनुशासन पाले, स्वयं ऊँचा उठे और दूसरों को आगे बढ़ाने, ऊँचा उठाने का दायित्व निभाये, तभी परमपिता भी पग-पग पर उसके साथ चलने का अपना वचन निभाते हैं अन्यथा अनुशासनहीन कुपात्रों की तरह उसकी उपेक्षा कर देते हैं | "
No comments:
Post a Comment