15 March 2014

WISDOM

जगद्गुरु  शंकराचार्य  से  मांधाता  ने  पूछा,  -" भगवन ! सर्वोपरि  देव  कौन  हैं, जिनकी  उपासना  से  लोक-परलोक दोनों  सधते  हों  | "
शंकराचार्य  ने  कहा--" वह  है--गायत्री  | गायत्री  की  महिमा  का  वर्णन  करना  मनुष्य  की  सामर्थ्य  के  बाहर  है  | सद्बुद्धि  का  होना  इतना  बड़ा  कार्य  है  जिसकी  समता  संसार  में  और  किसी  से  नहीं  हो  सकती  | आत्मज्ञान  प्राप्त  करने  की  दिव्य  द्रष्टि  जिस  बुद्धि  से  प्राप्त  होती  है, उसकी  प्रेरणा  गायत्री  द्वारा  होती  है  | "

No comments:

Post a Comment