12 October 2021

WISDOM--------

   दुर्गा  सप्तशती   में  कथानक  है ----- माँ  दुर्गा  सभी  दैत्यों  को  मार  गिराती  हैं  ,  परन्तु  महिषासुर  ही  एक  ऐसा  दैत्य  है  ,  जो  मरता  नहीं  है  ,  माता  के  चरणों  में  शरणागति  को  प्राप्त  करता  है   l  यहाँ  महिषासुर  कामवासना  का  प्रतीक  है   जो  मरता  नहीं  है  ,  माँ  के  चरणों  में  ,  माँ  की  शरण  में  जाकर   भक्ति  के  रूप  में  रूपांतरित  हो  जाता  है   l    पं.  श्रीराम  शर्मा  आचार्य जी  लिखते  हैं ---- " वासना  का  समाधान  केवल  उसके  रूपांतरण   में  ही  निहित  है   और  भक्ति  वासना   का   दिव्य  रूपांतरण  है   l  "

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